रांची: झारखंड की राजधानी रांची में पांच माओवादियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.इनमें से दो माओवादियों पर कुल 15 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में ‘जोनल कमांडर’ अमरजीत यादव उर्फ लखन यादव, ‘सब जोनल कमांडर’ शाहदेव यादव उर्फ लतन यादव, ‘सब जोनल कमांडर’ नीरू यादव उर्फ सालिम,‘सब जोनल कमांडर’ संतोष भुइयां उर्फ सुखन और सदस्य अशोक बैगा उर्फ अशोक परहिया शामिल हैं.इनमें से अमरजीत यादव पर दस लाख तथा शाहदेव यादव पर पांच लाख रुपये का इनाम था.
पुलिस महानिदेशक (अभियान) अमोल वी होमकर ने कहा, ‘‘ये पांचों माओवादी झारखंड के चतरा, पलामू और हजारीबाग जिले तथा बिहार के गया और औरंगाबाद जिले के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज मामलों में वांछित हैं.उन्होंने बताया कि अमरजीत की 81 मामलों में,शाहदेव की 53, नीरू की 60, संतोष की 27 और अशोक की दो मामलों में तलाश थी.उन्होंने कहा, ‘‘ सुरक्षा बल क्षेत्र में उग्रवादियों के खिलाफ पिछले एक वर्ष से अभियान चला रहे थे.आज के आत्मसमर्पण के बाद कौलेश्वरी उप मंडल उग्रवादियों के चंगुल से लगभग मुक्त हो गया है. उन्होंने कहा कि माओवादियों से मिली जानकारी के आधार पर भारी मात्रा में असलहा और गोला बारूद बरामद किया गया है.
आईजी ऑपरेशन एवी होमकर ने कहा कि आज एक बहुत ही ऐतिहासिक दिन है क्योंकि पिछले 30 वर्षों से नक्सलवाद से पीड़ित झारखंड के कालेश्वरी उप-क्षेत्र को झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त और निरंतर प्रयासों से कुछ हद तक नक्सलवाद से छुटकारा मिल गया है. बता दें कि झारखंड के कई इलाकों में नक्सली सक्रिय हैं और पुलिस के साथ अक्सर मुठभेड़ होती रहती है. इन नक्सलियों के सरेंडर करने से पुलिस समेत आम लोगों को बड़ी राहत मिली है.